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Showing posts from November, 2020

आज की रात पूनो की रात है चन्दा

आज  की रात पूनो  की  रात है चन्दा  देखकर जग कहेगा क्या बात है चन्दा। सोलह कलायें करेंगी शृंगार तेरे सोलह  राधा  की कान्हा से मुलाकात है चन्दा। तेरी किरणों से गिरेगा  धरा पर अमृत  सुख की,ख़ुशियों की बरसात है चन्दा। नभ में होगा महारास सब देव देखेंगे अश्विन  पूर्णिमा एक सौग़ात है चन्दा। खीर हर लेगी पीर सारी तेरी इन्सान   खीर की छत पर रखी परात है चन्दा। "दीपक" हिन्दू  हो तो मन से मनाओ जैसे घर में एक उत्सव बारात है चन्दा।     @ Deepak Sharma

तीन लफ़्ज़ में तलाक़,तीन लफ़्ज़ में निक़ाह

  तीन  लफ़्ज़  में  तलाक़,तीन  लफ़्ज़  में निक़ाह।                                                                                                                                         एक   में   क़ाज़ी   गवाह ,एक  में ख़ुदा  गवाह।। हवस को अपनी मर्द ने,पहना के जामा  मज़हबी। ओढ़ा  बिछाया  रात दिन,बस औरतें करीं तबाह।।  लूटा  खसोटा  ऐश  की,और  जब मन भर गया । एक सेज नई तलाश ली, कर लिया नया निक़ाह।। मेहर के नाम फेंक दीं, कुछ  क़ीमतें ऐय्याशी की। फिर पाक़ साफ़ हो गये, लो धुल गये सारे गुनाह।। इल्ज़ाम रख दिया कोई, कभी दोष मढ़ दिया कोई।  और दे दिया तलाक़ कह ,ह...